
Delhi Coaching Centre Flooded | Image Source Google | Image By Indian Express
Delhi Coaching Centre Flooded: 27 जुलाई शनिवार को ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएस इंस्टिट्यूट स्टडी सर्कल की लाइब्रेरी में शाम के 6:30 बज रहे थे, दिल्ली में 2 दिन से लगातार हो रही भरी बारिश की वजह से इंस्टिट्यूट के बाहर रोड पे काफी पानी भरा हुआ था, वीकेंड होने बावजूद भी लगभग 20 एस्परेंट लाइब्रेरी में पढाई कर रहे थे, तभी इंस्टिट्यूट के बहार रोड पे तेज़ स्पीड से एक गाड़ी गुजरती है. गाड़ी निकलने के बाद रोड का पानी तेजी से इंस्टिट्यूट के लोहे के गेट से टकराता है और पानी के प्रेशर से लोहे का गेट टूट जाता है रोड का सारा पानी गेट के रस्ते अन्दर बेसमेंट में भरने लगता है और अचानक इतना पानी आने से बेसमेंट में मौजूद लाइब्रेरी के बहार लगा बायोमेट्रिक सिस्टम भी ख़राब हो गया. और वह मौजूद सभी बच्चे फस जाते है |
पानी इतनी तेज़ी से भर रहा था की थोड़े ही टाइम में लगभग 8-10 फीट पानी भर गया, इसके कुछ समय बाद पुलिस को मदद के लिए उन्हें मसेज किया जाता है और 15 मिनट बाद पुलिस के साथ MCD और ADRF की टीम वहा पहुचती है और रेस्क्यू आपरेसन चालू किया गया. और फिर रात के करीब 1 बजे तक पता चलता है की इस पुरे हादसे में 3 बच्चे की पानी में डूब जाने से मौत हो गयी गयी है |
More visuals from Delhi’s Old Rajinder Nagar area, where a coaching centre was flooded leading to the death of three students there.#DelhiRain #DelhiRains pic.twitter.com/uZmDjTtrqm
— Vani Mehrotra (@vani_mehrotra) July 31, 2024
मरने वाले छात्र में यूपी के आंबेडकर नगर की रहने वाली 22 साल की श्रेया यादव भी थी शरिया की मदर डेरी में इनका जाब भी लग चुकी थी. लेकिन उनका सपना था की उन्हें IAS बनना है और उसी सपने को पूरा करने के लिए वो दिल्ली पढाई करने गयी थी और वह पर उनकी मौत हो जाती है, उनके पिता जी उनके पढाई के फीस का पैसा किसी से कर्ज लेकर भरी भी, इसके अलावा सिकंदराबाद की तान्या सोनी और केरल की नेवल डार्विन की भी इस हादसे का शिकार हो गए. अब तक इस घटना में 3 बच्चो की मरने की खबर सामने आई है. लेकिन वहा के बच्चो का कहना है की मरने वालो की संख्या 3 से भी अधिक है और पुलिस जानबूझ कर सच्चाई छिपा रही है |
ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए इस हादसे के बाद जाच हुई तो पता लगा की जिस बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी वहा तो लाइब्रेरी चलाने की परमिशन नही थी और उस बेसमेंट वाली जगह को स्टोर रूम के लिए उपयोग होना चाहिए था. जब लोगो ने हंगामा किया तो MCD वालो ने लोगो को दिखाने के लिए बेसमेंट में इंस्टिट्यूट और लाइब्रेरी पर छपा मारा और राव आईएस इंस्टिट्यूट के मालिक और कोआर्डिनेटर को भी जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया. पुलिस की तरफ से ऐसा माहौल भी बनाया जा रहा है की सारा कसूर राव आईएस इंस्टिट्यूट मनेजमेंट का ही था जिसकी वजह से 3 बच्चो की जान चली गयी |
वहा के एक छात्र ने कहा ” हमने अपने माकन मालिक से बात किया और उन्होंने बताया की वो 10-12 दिन से जाकर यहाँ के काउंसलर से यहाँ लगातार बोल रहे थे, की नालो की सफाई करायी जाये लेकिन वो नालो की कोई सफाई नही करा रहे है, तो यहाँ पर ये जो हम हमारे काउंसलर है ये उनका भी फेलियर है. आज तीन बेगुनाह बच्चे मारे गए है पुरे देश में इस खबर की चर्चा हो रही है और ये मामला संसद तक चला गया है, तो MCD वालो ने सड़क के पास वाले नाले की सफाई करने लगे, जबकि MCD के डॉक्यूमेंट के अनुसार वहा के सभी नाले जून में ही साफ करवा दिए गए है, लेकिन हादसा देख के तो नही लगता की 1 भी नालो की सफाई हुई है |
ओल्ड राजेंद्र नगर के इस घटना को आप इस लिए भी नज़रंदाज़ नही कर सकते, क्युकी ये घटना कोई एक्सेप्शन नही है. सच्चाई तो ये है, ओल्ड राजेंद्र नगर में जो ये घटना हुआ. ऐसा एक्सीडेंट इस एरिया में कभी और कही भी हो सकता है. बच्चो का ये भी कहना है की इस एरिया में 95% लाइब्रेरी बेसमेंट में ही चलती है और सिर्फ 5-10 मिनट बारिश आती है तो यहाँ घुटनों तक पानी भर जाता है और सबसे बड़ी बात यहाँ जगह-जगह पर आपको खुले बिजली के तार भी देखने को मिल जायेंगे जो की बारिश में बहुत खरनाक साबित होते है, पिछले महीने पटेल नगर में नीलेश रॉय नाम के 26 वर्ष के एक एस्परेंट की मौत हो गयी. ये लड़का कोचिंग के बाद अपने PG में जा रहा था और सड़क पे बारिश का पानी भरा था तभी इसका पैर फिसल जाता है और खुद को गिरने से बचाने के लिए के लिए जिस लोहे की गेट को पकड़ता है उस गेट से एक बिजली की खुली तार चिपक रही थी, और जेसे ही बच्चे ने उस गेट को पकड़ा और उसे जोरदार बिजली का झटका लगा और उसकी वही मौत हो गयी |