CBSE Date Sheet 2025: सीबीएसई कक्षा 10 और 12 बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू

CBSE Date Sheet 2025
CBSE Date Sheet 2025 (Image Credit: Shutterstock)

CBSE Date Sheet 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 और कक्षा 12 की 2025 की बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट जारी कर दी है। परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से शुरू होंगी। कक्षा 10 की परीक्षा अंग्रेजी विषय से आरंभ होगी, जबकि कक्षा 12 की शुरुआत एंटरप्रेन्योरशिप से होगी।

How to download datasheet? (डेटशीट कैसे डाउनलोड करें?)

  1. वेबसाइट पर जाएं: cbse.gov.in
  2. होमपेज पर क्लिक करें: “Main Website” लिंक पर जाएं।
  3. डेटशीट लिंक चुनें: “Date Sheet for Class X and XII for Board Examinations – 2025” पर क्लिक करें।
  4. पीडीएफ डाउनलोड करें: खुलने वाले दस्तावेज़ को जांचें और सेव करें।

Schedule of practical examinations (प्रैक्टिकल परीक्षाओं का कार्यक्रम)

  1. कक्षा 10 की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी, 2025 से शुरू होंगी।
  2. कक्षा 12 की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से आयोजित होंगी।
  3. कक्षा 12 के प्रैक्टिकल के लिए बाहरी परीक्षक की देखरेख में परीक्षा होगी, जबकि कक्षा 10 की प्रैक्टिकल परीक्षा स्कूल के शिक्षकों की निगरानी में आयोजित की जाएगी।

Exam Time (परीक्षा का समय)

सभी परीक्षाएं सुबह की शिफ्ट में आयोजित होंगी। अधिकतर पेपर सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होंगे, और कुछ 1:30 बजे तक चल सकते हैं।

CCTV Essentials (सीसीटीवी अनिवार्यता)

सीबीएसई ने सभी परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया है। 2025 से बिना सीसीटीवी वाले कमरे परीक्षा केंद्र के रूप में मान्य नहीं होंगे। बोर्ड ने यह कदम निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है।

Student Number (छात्र संख्या)

इस साल करीब 44 लाख छात्र कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होंगे।

विद्यार्थी आधिकारिक वेबसाइट से पूरी डेटशीट डाउनलोड करके योजनाबद्ध ढंग से तैयार हो सकते हैं। परीक्षा की पारदर्शिता और सुगमता सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट नियम बनाए गए हैं।

Vinod Tawde Caught With Cash: महाराष्ट्र चुनाव से पहले कैश-फॉर-वोट विवाद में पुलिस ने होटल से ₹9.93 लाख नकद बरामद किए

Vinod Tawde ‘Caught’ With Cash
Vinod Tawde ‘Caught’ With Cash ( Image by Instagram- tawde_vinod )

Vinod Tawde Caught With Cash: यहां महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों से पहले “कैश-फॉर-वोट” विवाद का पूरा घटनाक्रम है। पुलिस ने पालघर जिले के एक होटल में छापेमारी कर ₹9.93 लाख की नकदी और कुछ दस्तावेज बरामद किए। बहुजन विकास आघाड़ी (बीवीए) के नेता हितेंद्र ठाकुर ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पांच करोड़ रुपये बांटने का आरोप लगाया। यह घटना नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र में हुई, जहां ठाकुर के बेटे क्षितिज ठाकुर और बीजेपी के उम्मीदवार राजन नाईक के बीच मुकाबला है।

BVA Allegation (बीवीए का आरोप)

ठाकुर का कहना है कि उन्हें एक बीजेपी नेता से खबर मिली कि तावड़े होटल में नकदी बांटने आए हैं। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने होटल से नकद राशि, डायरियां और लैपटॉप बरामद किए, जिनमें कथित रूप से लाभार्थियों के नाम दर्ज थे।

BJP’s Answer (बीजेपी का जवाब)

BJP’s ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि तावड़े चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल हुए थे। पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “अगर इतने बड़े पैसे का लेन-देन हो रहा होता तो उसे छिपाना मुमकिन नहीं होता। हम सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का आग्रह करते हैं।”

Congress and AAP Attack (कांग्रेस और आप का हमला)

Congress और AAP (आम आदमी) पार्टी ने बीजेपी पर महाराष्ट्र चुनावों में हार के डर से ‘निचले स्तर’ पर उतरने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग की और तावड़े पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि इस घटना से बीजेपी की बौखलाहट साफ नजर आती है।

Appeal to The Election Commission (चुनाव आयोग से अपील)

महाराष्ट्र कांग्रेस ने मतदाताओं से महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि पुणे के विकास और रोजगार सृजन जैसे मुद्दे केवल एमवीए ही पूरा कर सकती है।

Gold Price Fall In India: भारत में सोना अब यूएई, कतर, ओमान और सिंगापुर की तुलना में सस्ता क्यों है?

Gold Price Fall In India
Gold Price Fall In India
Gold Price Fall In India Why is gold now cheaper in India than UAE, Qatar, Oman and Singapore? ( Image Credit: Freepik)

Gold Price Fall In India: भारत में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है। 16 नवंबर तक 24 कैरेट सोना ₹75,650 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो पिछले दिन से ₹110 कम है। 22 कैरेट सोना ₹69,350 और 18 कैरेट ₹56,740 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है।

वहीं, खाड़ी देशों जैसे ओमान और कतर में सोने की कीमतों में तेजी देखी गई है। ओमान में 24 कैरेट सोना ₹75,763 प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि कतर में यह ₹76,293 पर पहुंच चुका है।

यह भी पढ़े: Bitcoin Price After US Election Results: अमेरिकी चुनाव परिणामों के बाद बिटकॉइन की कीमत ने छुआ $75,000 का आंकड़ा

Reason for fall in gold prices (सोने की कीमतों में गिरावट का कारण)

भारतीय बाजार में कीमतें कम होने का मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर सोने की कमजोर मांग है। अक्टूबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद, सोने के दाम अब तक 7% गिर चुके हैं। अमेरिका में मजबूत आर्थिक संकेतकों ने डॉलर को मजबूत किया है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है।

इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लेकर सावधानी बरतने से निवेशक सोने से हटकर अन्य परिसंपत्तियों की ओर जा रहे हैं।

How is the situation in India? (भारत में स्थिति कैसी है?)

भारत में त्योहारों के बाद सोने की मांग में कमी आई है, जिससे कीमतों पर असर पड़ा है। हाल ही में, फिजिकल गोल्ड की प्रीमियम दर $16 प्रति औंस तक बढ़ी, जो पिछले सप्ताह $3 थी। यह बताता है कि घरेलू बाजार में खुदरा निवेशक अभी भी रुचि ले रहे हैं।

यह भी पढ़े: Royal Enfield Electric Flying Flea C6 Bike: रॉयल एनफील्ड ने लॉन्च की अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक शहरी राइडर्स के लिए नया अंदाज

Silver prices also declined (चांदी की कीमतों में भी गिरावट)

दिल्ली में चांदी की कीमत ₹92,500 प्रति किलोग्राम पर है, जो पिछले सप्ताह ₹94,100 थी। चेन्नई और मुंबई जैसे शहरों में भी चांदी के दाम घटे हैं।

Will gold prices fall further? (क्या आगे सोने की कीमतें और गिरेंगी?)

विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और फेडरल रिजर्व की अगली बैठक के नतीजों के आधार पर सोने की कीमतों में और गिरावट या स्थिरता देखी जा सकती है। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी सोने की कीमतों को समर्थन दे सकती है।

यह भी पढ़े: Top 5 Stocks in The Market 2024: ये स्टॉक जो फ्यूचर में दे सकते है बड़ा प्रॉफिट

Ayatollah Ali Khamenei: ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के बेटे मोजतबा खामेनेई बनेंगे उत्तराधिकारी

Ayatollah Ali Khamenei
Ayatollah Ali Khamenei ( Image Credit: Instagram- khamenei.english_)

Ayatollah Ali Khamenei: ईरान के सर्वोच्च नेता Ali Khamenei ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने बेटे मोजतबा खामेनेई को चुना है। इस संबंध में एक गुप्त बैठक का आयोजन 26 सितंबर को किया गया था, जिसमें असेंबली ऑफ एक्सपर्ट्स के सदस्यों को इस निर्णय पर सहमति देने के लिए दबाव डाला गया। रिपोर्टों के अनुसार, 85 वर्षीय खामेनेई की गिरती सेहत के कारण यह कदम उठाया गया और इसे जनता के बीच गुप्त रखा गया ताकि संभावित विरोध प्रदर्शन टाला जा सके।

Mojtaba Khamenei, जो 2009 के चुनाव बाद के विरोध प्रदर्शनों के दमन में अपनी भूमिका के लिए जाने जाते हैं, पिछले कुछ वर्षों में ईरानी शासन में अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं। 2021 में उन्हें ‘आयतुल्लाह’ की उपाधि से सम्मानित किया गया, जिससे वे सर्वोच्च नेता बनने के लिए संवैधानिक रूप से योग्य हो गए हैं।

यह भी पढ़े: New Marriage Law in Iraq: 9 साल की लड़कियों को शादी की अनुमति, महिलाओं के अधिकारों पर मंडराया खतरा

रिपोर्ट्स के अनुसार, खामेनेई सत्ता का हस्तांतरण अपने जीवित रहते हुए करने की योजना बना रहे हैं ताकि सत्ता परिवर्तन सुचारू रूप से हो सके। हालांकि, ईरानी सरकार ने अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

इस बीच, सोशल मीडिया पर खामेनेई की सेहत को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि वे कोमा में हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी हाल ही में खामेनेई की गंभीर बीमारी का उल्लेख किया था।

ईरान-इज़राइल संघर्ष के बीच इस तरह की खबरें आने से शासन की स्थिति और अधिक संवेदनशील हो गई है। विशेषज्ञों की गुप्त बैठक और संभावित विरोध के चलते यह निर्णय एक बड़ा राजनीतिक कदम माना जा रहा है।

मोजतबा की भूमिका पर चर्चा करते हुए, यह बताया गया है कि वे महत्वपूर्ण निर्णयों में शामिल रहे हैं और भविष्य में उनकी नियुक्ति तय मानी जा रही है।

यह भी पढ़े: Nayanthara-Dhanush controversy: 10 करोड़ के मुकदमे के पीछे की असल कहानी और सितारों का समर्थन

Nayanthara-Dhanush controversy: 10 करोड़ के मुकदमे के पीछे की असल कहानी और सितारों का समर्थन

Nayanthara-Dhanush controversy

Nayanthara-Dhanush controversy
Nayanthara Dhanush controversy ( Image Credit: Instagram- dhanushkraja, nayanthara)

Nayanthara-Dhanush controversy: अभिनेत्री नयनतारा ने अभिनेता धनुष के खिलाफ एक खुला पत्र लिखा है, जो उनके बीच चल रहे 10 करोड़ रुपये के कानूनी विवाद से जुड़ा है। धनुष ने नयनतारा के डॉक्यूमेंट्री ‘Nayanthara: Beyond The Fairytale’ में ‘Naanum Rowdy Dhaan’ के फुटेज के कथित इस्तेमाल को लेकर मामला दर्ज किया है। इस डॉक्यूमेंट्री में फिल्म के दौरान की कुछ पृष्ठभूमि की क्लिपिंग्स शामिल थीं, जिसे लेकर दोनों के बीच मतभेद पैदा हो गए।

विवाद का कारण

ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला के अनुसार, ‘Naanum Rowdy Dhaan’ के निर्माण के दौरान नयनतारा और निर्देशक विग्नेश शिवन के बीच प्रेम संबंध शुरू हुए थे, जो बाद में शादी में बदल गए। कहा जाता है कि इस फिल्म के दौरान धनुष और नयनतारा के बीच बजट को लेकर भी मतभेद हुए थे। फिल्म की शूटिंग के अंतिम चरण में धनुष ने प्रोजेक्ट के लिए वित्तीय सहायता बंद कर दी थी, जिसे पूरा करने के लिए नयनतारा ने खुद की पूंजी लगाई।

करीब एक दशक बाद, जब नयनतारा ने अपनी शादी पर आधारित डॉक्यूमेंट्री बनाई, तो उन्होंने ‘Naanum Rowdy Dhaan’ के कुछ दृश्य और गाने उपयोग करने के लिए धनुष से सहमति मांगी। हालांकि, धनुष ने अनुमति (NOC) देने से इनकार कर दिया, जिसके चलते डॉक्यूमेंट्री का शीर्षक और फॉर्मेट बदला गया। नयनतारा के अनुसार, दो वर्षों तक प्रतीक्षा करने के बाद भी सहमति न मिलने पर उन्होंने अपनी डॉक्यूमेंट्री में तीन सेकंड की एक क्लिप का उपयोग किया, जिसे लेकर धनुष ने मुकदमा किया।

मतभेद की जड़

बाला बताते हैं कि बजट विवाद और क्रिएटिव मतभेद इस विवाद की जड़ में हैं। इसके अलावा, एक कार्यक्रम में पुरस्कार जीतने पर नयनतारा ने मजाक में कहा था कि ‘मेरे निर्माता को मेरी एक्टिंग पसंद नहीं है’, जो धनुष को बुरा लगा था।

नयनतारा का खुला पत्र

नयनतारा ने धनुष पर व्यक्तिगत द्वेष और नकारात्मक सोच रखने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि धनुष ने जानबूझकर उनकी डॉक्यूमेंट्री को अनुमति नहीं दी। नयनतारा के इस कदम का कई महिला कलाकारों ने समर्थन किया, जिनमें दीया मिर्जा, एकता कपूर, श्रुति हासन, और अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं।

धनुष और उनकी टीम ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

यह भी पढ़े: New Marriage Law in Iraq: 9 साल की लड़कियों को शादी की अनुमति, महिलाओं के अधिकारों पर मंडराया खतरा

New Marriage Law in Iraq: 9 साल की लड़कियों को शादी की अनुमति, महिलाओं के अधिकारों पर मंडराया खतरा

New Marriage Law in Iraq
New Marriage Law in Iraq
New Marriage Law in Iraq ( Image Credit: Freepik ) 

New Marriage Law in Iraq: इराक में प्रस्तावित वैवाहिक कानून संशोधन से महिलाओं के अधिकारों पर गहरा असर पड़ सकता है और नाबालिग विवाह के मामलों में वृद्धि हो सकती है। प्रस्तावित कानून के तहत लड़कियों की शादी की न्यूनतम आयु को घटाकर 9 वर्ष करने की योजना है। यह संशोधन इराक के “पर्सनल स्टेटस लॉ” में किया जा रहा है, जिसे 1959 में एक प्रगतिशील कानून के रूप में पेश किया गया था।

इराक की शिया बहुल गठबंधन सरकार का कहना है कि यह कदम इस्लामिक शरीयत के सख्त पालन को सुनिश्चित करने और लड़कियों को “अनैतिक संबंधों” से बचाने के लिए उठाया जा रहा है। लेकिन इस प्रस्ताव ने महिलाओं और मानवाधिकार समूहों की कड़ी निंदा का सामना किया है, जिन्हें यह कानून महिलाओं के अधिकारों में कटौती करने और बाल विवाह को वैध बनाने वाला प्रतीत होता है।

यह भी पढ़े: TikTok Banned In Canada: जाने कनाडा की सरकार ने क्यों लगाया Tiktok पर वैन

महिलाओं को तलाक, बच्चों की देखभाल और संपत्ति पर अधिकारों से वंचित करने के लिए भी यह संशोधन किए जाने की संभावना है। कई कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह कानून इराक की महिलाओं को शरिया आधारित व्यवस्था में धकेल सकता है, जहां धार्मिक अधिकार प्रमुख भूमिका निभाएंगे। इस कानून से धार्मिक नेता नाबालिग विवाह को मान्यता देने में सक्षम होंगे, जिससे शिक्षा और रोजगार के अवसर भी सीमित हो सकते हैं।

मानवाधिकार संगठन और विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बालिकाओं के साथ यौन और शारीरिक हिंसा का खतरा बढ़ जाएगा और उन्हें शिक्षा से वंचित किया जा सकता है। इराक में पहले से ही बाल विवाह की समस्या प्रचलित है। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्ष से कम उम्र की लगभग 28% लड़कियों का विवाह हो चुका है।

यह भी पढ़े: Royal Enfield Electric Flying Flea C6 Bike: रॉयल एनफील्ड ने लॉन्च की अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक शहरी राइडर्स के लिए नया अंदाज

महिला अधिकार कार्यकर्ता राया फाइक, जो इस बिल का विरोध कर रही हैं, का मानना है कि इस कानून के लागू होने से परिवारों के सभी महत्वपूर्ण निर्णय धार्मिक अधिकारियों के अधीन हो जाएंगे। उन्होंने इसे “महिलाओं के लिए एक विनाशकारी कदम” करार दिया है।

पिछले कुछ दशकों में हुए सांप्रदायिक संघर्षों ने इराक की सरकार को शिया बहुसंख्यक धार्मिक नेताओं के प्रभाव में लाया है, और यह नया संशोधन उनकी शक्ति को और मजबूत कर सकता है। इस प्रस्ताव के खिलाफ कई महिला प्रतिनिधि और अधिकार समूह संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन संसद में धार्मिक बहुमत होने के चलते इस कानून को रोकने में मुश्किलें सामने आ रही हैं।

इस संशोधन के समर्थक इसे सामाजिक नैतिकता की रक्षा के रूप में देख रहे हैं, जबकि आलोचक इसे महिलाओं के अधिकारों का हनन मान रहे हैं। अगर यह कानून लागू हो गया, तो इससे इराक में महिलाओं की सामाजिक स्थिति और उनके अधिकारों में बड़ी गिरावट आ सकती है।

यह भी पढ़े: Top 8 High-Paying Affiliate Programs in 2024: टॉप 8 हाई-पेइंग अफ़िलिएट प्रोग्राम्स, कमाएं अधिक कमीशन के साथ

ICC Cancels Champions Trophy 2025: भारत 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा ICC ने PCB को जानकारी दी

ICC Cancels Champions 2025
ICC Cancels Champions 2025
ICC Cancels Champions 2025 (Image credit: skysports )

ICC Cancels Champions Trophy 2025: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने रविवार को पुष्टि की कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को सूचित किया है कि वह ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगा, जो अगले साल फरवरी-मार्च में निर्धारित है। PCB के एक प्रवक्ता ने बताया, “PCB को ICC से एक ईमेल प्राप्त हुआ है जिसमें BCCI ने बताया है कि उनकी टीम पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी। PCB ने इस ईमेल को सरकार को सलाह और मार्गदर्शन के लिए भेजा है।

PCB के चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने पहले कहा था कि पाकिस्तान अपनी नीति तब घोषित करेगा जब उन्हें ICC से कोई आधिकारिक लिखित सूचना मिलेगी। BCCI ने पहले ही वैश्विक क्रिकेट संस्था को भारत की यात्रा असमर्थता के बारे में सूचित किया था, जिससे PCB के पास ‘हाइब्रिड मॉडल’ में टूर्नामेंट आयोजित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।

नक़वी ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘हाइब्रिड मॉडल’ पाकिस्तान के लिए अस्वीकार्य है। भारत ने 2008 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है, जबकि पाकिस्तान ने 2012-13 में भारत के साथ द्विपक्षीय श्रृंखला खेली थी, और 2016 के टी20 वर्ल्ड कप और पिछले साल के 50 ओवर के वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया था।

यह भी पढ़े: Top 5 Stocks in The Market 2024: ये स्टॉक जो फ्यूचर में दे सकते है बड़ा प्रॉफिट

नक़वी ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘हाइब्रिड मॉडल’ पाकिस्तान के लिए अस्वीकार्य है। भारत ने 2008 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है, जबकि पाकिस्तान ने 2012-13 में भारत के साथ द्विपक्षीय श्रृंखला खेली थी, और 2016 के टी20 वर्ल्ड कप और पिछले साल के 50 ओवर के वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया था।

पिछले साल भी पाकिस्तान द्वारा आयोजित एशिया कप ‘हाइब्रिड मॉडल’ में ही हुआ था, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान यात्रा से इनकार कर दिया था। ICC और PCB को अब UAE में आंशिक मैचों का आयोजन करना होगा, जिसमें भारत के सभी मैच दुबई या अबू धाबी में होंगे। मूल कार्यक्रम के अनुसार, भारत का बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच 20 फरवरी को, न्यूज़ीलैंड से 23 फरवरी को और पाकिस्तान से 1 मार्च को लाहौर में होना था। अब स्थानों में परिवर्तन किया जाएगा, हालांकि तारीखों में बदलाव की संभावना कम है।

यह भी पढ़े:  Death Threat To Yogi Adityanath: 24 वर्षीय आईटी ग्रेजुएट ने दी योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी

TikTok Banned In Canada: जाने कनाडा की सरकार ने क्यों लगाया Tiktok पर वैन

Tiktok Banned In Canada
Tiktok Banned In Canada
Tiktok Banned In Canada ( Image Credit: Shutterstock )

TikTok Banned In Canada: कनाडा ने TikTok पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। यह कदम सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें डेटा गोपनीयता और विदेशी प्रभाव के मुद्दों को मुख्य रूप से इंगित किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि TikTok के माध्यम से संवेदनशील जानकारी का गलत इस्तेमाल हो सकता है और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है।

कनाडा सरकार, प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व में, ने चीन की कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाली TikTok को देश में अपना संचालन बंद करने का आदेश दिया है। हालांकि, सरकार ने TikTok ऐप के उपयोग पर प्रतिबंध नहीं लगाया है, बल्कि इसकी कनाडाई व्यवसायिक इकाई को समाप्त करने का निर्देश दिया है। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा समीक्षा के बाद लिया गया है।

कनाडा के नवाचार मंत्री फ्रांस्वा-फिलिप शैम्पेन ने एक बयान में कहा, “सरकार ने TikTok Technology Canada Inc. के माध्यम से बाइटडांस लिमिटेड की कनाडा में गतिविधियों से जुड़े विशेष राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों को दूर करने के लिए कदम उठाए हैं। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया समुदाय से प्राप्त जानकारी और साक्ष्यों पर आधारित था।”

यह भी पढ़े: Death Threat To Yogi Adityanath: 24 वर्षीय आईटी ग्रेजुएट ने दी योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी

इससे पहले भारत ने जून 2020 में राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के खतरों को ध्यान में रखते हुए TikTok और अन्य 150 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। तब से कई अन्य देशों ने भी सुरक्षा चिंताओं के आधार पर TikTok पर प्रतिबंध लगाए हैं।

TikTok ने इस आदेश को अदालत में चुनौती देने की बात कही है। TikTok के एक प्रवक्ता ने कहा, “कनाडा में TikTok के कार्यालयों को बंद करने से सैकड़ों रोजगार समाप्त होंगे, जो किसी के हित में नहीं है।”

हालांकि, कनाडाई सरकार ने कहा है कि वह TikTok के उपयोग पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है और कनाडाई नागरिक अपनी मर्जी से ऐप का उपयोग जारी रख सकते हैं। शैम्पेन ने लोगों से अपनी निजी जानकारी की सुरक्षा के लिए अच्छे साइबर सुरक्षा उपाय अपनाने का आग्रह किया।

TikTok के चीनी स्वामित्व को लेकर पश्चिमी देशों में चिंता है कि इससे बीजिंग पश्चिमी उपयोगकर्ताओं की डेटा को एकत्र कर सकता है या गलत जानकारी फैला सकता है। बाइटडांस ने 2020 में अपना मुख्यालय सिंगापुर में स्थानांतरित किया था।

पश्चिमी देशों और चीन के बीच तकनीकी विवाद, जिसमें जासूसी उपकरणों से लेकर कंप्यूटर चिप्स तक शामिल हैं, के चलते TikTok पर दबाव और बढ़ गया है। कनाडा ने पहले ही सभी सरकारी उपकरणों पर TikTok के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था।

यह भी पढ़े: Royal Enfield Electric Flying Flea C6 Bike: रॉयल एनफील्ड ने लॉन्च की अपनी पहली इलेक्ट्रिक बाइक शहरी राइडर्स के लिए नया अंदाज

Bitcoin Price After US Election Results: अमेरिकी चुनाव परिणामों के बाद बिटकॉइन की कीमत ने छुआ $75,000 का आंकड़ा

Bitcoin Price After US Election Results
Bitcoin Price After US Election Results ( Image Credit: Shutterstock )

Bitcoin Price After US Election Results: डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान क्रिप्टो उद्योग को लुभाने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने बिटकॉइन सम्मेलन में भाषण दिया, एक क्रिप्टो बार में बर्गर बांटे, और कई बयान दिए जिनमें उन्होंने वादा किया कि वे एसईसी के अध्यक्ष गैरी जेन्सलर को पद से हटाएंगे।

डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में रिपब्लिकन पार्टी की भारी जीत के साथ, क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए एक बड़ी सफलता बन गई। Bitcoin (BTC) में लगभग 10% की बढ़त दर्ज की गई और यह 75,000 डॉलर तक पहुंच गया। वहीं, मिम कॉइन डॉजकॉइन में भी 17% की बढ़त हुई और यह $0.1986 के आसपास कारोबार कर रहा था। इंट्राडे में एलन मस्क समर्थित डॉजकॉइन में 25% तक की बढ़त देखने को मिली।

बुधवार को एथेरियम में 7.52% की उछाल के साथ यह $2,623 पर कारोबार कर रहा था, सोलाना में 14.61% की वृद्धि हुई और यह $187 पर पहुंच गया, वहीं बिनेंस 3.55% की बढ़त के साथ $580.50 पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा, रिपल (XRP) में 5.16%, कार्डानो में 7.63% और शीबा इनु में 5.05% की बढ़त दर्ज की गई।

यह भी पढ़े: Top 5 Stocks in The Market 2024: ये स्टॉक जो फ्यूचर में दे सकते है बड़ा प्रॉफिट

दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप ने अपने अभियान के दौरान क्रिप्टो उद्योग के प्रति अपने समर्थन का प्रदर्शन करने के लिए कई प्रयास किए। उन्होंने बिटकॉइन सम्मेलन में भाषण दिया, क्रिप्टो बार में बर्गर बांटे, और एसईसी अध्यक्ष गैरी जेन्सलर को हटाने का वादा कर क्रिप्टो समुदाय को आश्वस्त किया।

बिटकॉइन की कीमत में इस तेजी ने विदेशी संस्थागत निवेशकों की संभावित वापसी के संकेत दिए हैं, जिन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में भारतीय शेयर बाजार से 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।

Bitcoin Price After US Election Results

Bitcoin Price After US Election Results ( Image Credit: Shutterstock )

इस बीच, पिछले सत्र में 694 अंकों की तेजी के बाद सेंसेक्स में आज 1,000 अंकों की बढ़त देखने को मिली। अनुकूल कॉर्पोरेट कर नीति और कम नियामक बोझ से भारतीय शेयर बाजार में तेजी की संभावना है।

हालांकि, ट्रंप प्रशासन के तहत व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ सकता है, जो भारत के मुख्य निर्यात क्षेत्रों और पूंजी प्रवाह पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। क्लाइंट एसोसिएट्स के वेल्थ मैनेजर नितिन अग्रवाल ने कहा, “भारत की आर्थिक स्थिति काफी हद तक वैश्विक व्यापार वातावरण पर निर्भर करेगी और ट्रंप की जीत के बाद अमेरिकी नीतियों में होने वाले बदलावों पर आधारित होगी। चीन पर ट्रंप द्वारा लगाए जा सकते शुल्क भारत के कुछ विनिर्माण क्षेत्रों के लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं, लेकिन भारत पर शुल्क लगाने से कुछ क्षेत्रों पर असर पड़ेगा।”

ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी डॉलर में तेजी देखी जा रही है, क्योंकि निवेशक अधिक अमेरिकी टैरिफ, बढ़े हुए भू-राजनीतिक जोखिम और वैश्विक अनिश्चितता का अनुमान लगा रहे हैं।

गिओटस के सीईओ विक्रम सुब्बुराज ने कहा, “बिटकॉइन ने आज 75,000 डॉलर के नए ऐतिहासिक उच्च स्तर को छू लिया है। इस बुल साइकिल में 100,000 डॉलर की राह अब साफ नजर आ रही है। मुख्य अल्टकॉइन्स बिटकॉइन की रैली के बाद बढ़त हासिल करेंगे और यह 2021 के नवंबर की तरह मजबूत खुदरा अपनापन के साथ मेल खाएगा। इस चक्र में खास बात यह है कि मिमकॉइन्स – डॉज, शीब, पेपे आदि – अन्य अल्टकॉइन्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, हम अपने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह देते हैं।”

यह भी पढ़े: US Election 2024 LIVE Updates: हारिस या ट्रम्प? स्विंग स्टेट्स के मतदाता ‘निर्णायक कारक’ एक करीबी मुकाबले में

US Election 2024 LIVE Updates: हारिस या ट्रम्प? स्विंग स्टेट्स के मतदाता ‘निर्णायक कारक’ एक करीबी मुकाबले में

US Election 2024 LIVE Updates
US Election 2024 LIVE Updates ( Image Credit: Shutterstock )

US Election 2024 LIVE Updates: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 के इस हाई-स्टेक्स मुकाबले में कमला हारिस और डोनाल्ड ट्रम्प एकदम कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। इसे “इतिहास का सबसे करीबी चुनाव” माना जा रहा है।

सभी राज्यों में मतदान शुरू हो चुका है, और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी पत्नी मेलानिया ट्रम्प के साथ फ्लोरिडा में अपना वोट डाला।

सोमवार को उपराष्ट्रपति कमला हारिस ने पेन्सिलवेनिया में अपने अंतिम अभियान भाषण में अमेरिकियों से मतदान करने की अपील की। फिलाडेल्फिया में उन्होंने कहा, “हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव बस एक दिन दूर है, और गति हमारे पक्ष में है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव बेहद करीबी हो सकता है और “हर वोट महत्वपूर्ण है।”

US Election 2024 LIVE Updates

US Election 2024 LIVE Updates ( Image Credit: Shutterstock )

डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में कमला हारिस अमेरिका की पहली महिला और भारतीय मूल की पहली राष्ट्रपति बनने की राह पर हैं।

Reliance Jio IPO: 2025 में धमाल मचाने को तैयार Reliance Jio का IPO बनेगा भारत का सबसे बड़ा IPO?

वहीं, रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने विवादित 2020 चुनावी हार के बाद व्हाइट हाउस में वापसी की कोशिश में हैं। अगर वे जीतते हैं, तो यह 100 से अधिक वर्षों में पहली बार होगा कि कोई राष्ट्रपति दो गैर-लगातार कार्यकालों के लिए चुना जाएगा।

2016 के चुनाव में ट्रम्प ने हिलेरी क्लिंटन को 304 इलेक्टोरल वोट्स से 227 पर हराया था, हालांकि वे पॉपुलर वोट में क्लिंटन से करीब 2 प्रतिशत पीछे थे।

हालांकि, 2020 में, जो बाइडेन ने 306 इलेक्टोरल वोट्स के साथ ट्रम्प को हराया और पॉपुलर वोट में 7 लाख से ज्यादा वोटों से बढ़त बनाई। ट्रम्प ने 2020 के परिणामों को आज तक चुनौती दी है, जिसका दावा है कि चुनाव में धांधली हुई थी, और इसी से उनके समर्थकों का विरोध प्रदर्शन और कैपिटल में 6 जनवरी की घटना भी जुड़ी हुई है।

क्या इस बार अमेरिका के मतदाता कोई नया इतिहास लिखेंगे?

यह भी पढ़े: New Covid XEC Variant: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से कितना खतरा है?

5 Must-Have Winter Skincare Products 2025 में अक्षय कुमार की धमाकेदार फिल्मों की लिस्ट 6 Best Winter Foods to Eat स्ट्रेस कम करने के कुछ अनोखे हैक्स बिना जिम जाए फिट कैसे रहें?